इंडियन एग्ज़िबिशन्स, कॉन्फ्रेंसिज़ एंड इवेंट्स सर्विसेज़ एसोसिएशन (IESA) द्वारा आयोजित इंडिया एक्सपो शॉप 2025 का 5वां संस्करण आज यशोभूमि, द्वारका में शुरू हुआ। दो दिवसीय इस आयोजन (12-13 अगस्त) में 100 से अधिक प्रदर्शक, 300 से ज्यादा निर्णयकर्ता और 2,000 से अधिक प्रोफेशनल शामिल हो रहे हैं। इस वर्ष का मुख्य आकर्षण ‘**इवेंट फुल भारत**’ प्लेटफॉर्म का लॉन्च रहा, जो इवेंट उद्योग के उभरते खिलाड़ियों को मंच प्रदान करेगा।
उद्घाटन समारोह में IESA अध्यक्ष एच.के. भट्टड़, महासचिव उमा मेनन, कोषाध्यक्ष सुरिंदर वशिष्ठ, इंडियन एग्ज़िबिशन इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष सूरज धवन, किनेक्सिन IICC के सीईओ फिल चुंग, नूर्नबर्ग मेसे इंडिया की एमडी सोनिया प्रशार, इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन के संस्थापक अशोक जैन, EEMA के ईवीपी सागर पिंगली और MESC के सीईओ मोहित सोनी मौजूद रहे।
IESA अध्यक्ष जतिंदर कपूर ने बताया कि भारत का एमआईसीई सेक्टर 2030 तक 100 अरब डॉलर के पार पहुंच सकता है, जबकि इंडस्ट्री हर साल 35,000 से अधिक कॉर्पोरेट इवेंट आयोजित कर रही है। सूरज धवन ने कहा कि अगले तीन वर्षों में इस सेक्टर की आय दोगुनी होने की संभावना है।
प्रदर्शनी में एन.के. कपूर एंड कंपनी, मेरोफॉर्म इंडिया, वशिष्ठ एजेंसिज़, लकी-टेक मेम्ब्रेंस, शिवोम एंटरप्राइजेज़, पद्मावती ग्रुप, लल्लूजी एंड संस, एक्सिस डिज़ाइनर्स सहित कई दिग्गज कंपनियां नवीनतम इवेंट इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजाइन, एवी तकनीक, लॉजिस्टिक्स और सतत आयोजन समाधान प्रदर्शित कर रही हैं।
आयोजन के दौरान IESA और मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्किल काउंसिल के बीच एमओयू साइन हुआ, जिसके तहत इवेंट इंडस्ट्री में स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा दिया जाएगा। पहले दिन इवेंट फुल भारत 1.0 में जनरेशन-ज़ी कार्यबल को अपस्किल करने, इमर्सिव टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और पब्लिक रिलेशंस की रणनीतिक भूमिका पर चर्चाएं हुईं।
कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने किया, जिन्होंने प्रदर्शनी का दौरा कर नवाचार समाधानों का अवलोकन किया। पहला दिन जुही कैफे में नेटवर्किंग इवनिंग के साथ समाप्त हुआ, जबकि दूसरे दिन संकट प्रबंधन, कस्टमाइज्ड इवेंट, सतत आयोजन और भारत को वैश्विक एमआईसीई हब बनाने पर सत्र होंगे।